माफिया मुख्तार अंसारी की 60 साल की उम्र में मौत हो गई है। गुरुवार को बांदा में मुख्तार को दिल का दौरा पड़ा जिसके तुरंत बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। अब बताया जा रहा है कि उसने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। मुख्तार अंसारी की तबीयत पिछले कई दिनों से खराब चल रही थी, उसे पहले भी ऐसे ही आनन-फानन में अस्पताल लेकर जाया गया था। लेकिन इस बार हालात ज्यादा बिगड़े और अंसारी को नहीं बचाया जा सका।

इस समय अंसारी की मौत के बाद यूपी में हाई अलर्ट है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक अहम बैठक बुलाई है। सभी बड़े अधिकारी उस बैठक में मौजूद हैं और कानून व्यवस्था को लेकर मंथन किया जा रहा है। अभी के लिए अंसारी की मेडिकल रिपोर्ट भी सामने आ गई है जिसमें कहा गया है कि हार्ट अटैक की वजह से ही अंसारी की मौत हुई है।

असल में परिवार वाले और खुद अंसारी ने पहले दावा किया था कि उसे स्लो पॉइजन देने का काम हो रहा है। यहां तक कहा गया था कि उसके खाने में जहरीला पदार्थ दिया जा रहा था। लेकिन जेल प्रशासन ने पहले ही उन दावों को खारिज कर दिया था। जोर देकर तब कहा गया था कि जो खाना अंसारी को दिया जा रहा था, वो खाना बांदा जेल के दूसरे कैदी भी खाते थे। इसके ऊपर खाना पुलिस के अधिकारी भी खाते थे, ऐसे में खाने में कुछ भी मिलाकर नहीं दिया जा रहा था।

अगर गुरुवार रात के पूरे घटनाक्रम की बात करें तो बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी ने रोजे रखे हुए थे। वो रोज शाम को रोजा खोलता था। लेकिन गुरुवार शाम को उसकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई, उसे उल्टी हुई और वो बेहोश भी हो गया। डॉक्टरों को पता चल गया था कि ये एक मेजर हार्ट अटैक है, ऐसे में तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद भी उसे नहीं बचाया जा सका।