सीतामढ़ी : सीतामढ़ी डीईओ प्रमोद कुमार साहू मीडिया पर सेंसर लगाने की कोशिश कर रहे थे। वे इसको लेकर पत्र भी निकाल चुके थे। हालांकि जैसे ही डीएम रिची पांडेय को इसकी भनक लगी, उन्होंने तत्काल के प्रभाव से रोक लगा दिया। हालांकि डीईओ द्वारा मीडिया पर सेंसर वाली चिट्ठी डीएम के मौखिक आदेश के आलोक में निकाला गया था। 19 जुलाई 24 को निर्गत डीईओ के उक्त आदेश और डीएम के स्तर से रोक की जानकारी डीपीआरओ कमल सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि डीएम के द्वारा डीईओ को अपना आदेश वापस लेने के लिए आदेश (पत्र) दिया जा रहा है।
क्या था डीईओ का आदेश
डीईओ साहू ने जारी आदेश में कहा था कि कतिपय मीडिया कर्मी/अन्य व्यक्ति सरकारी स्कूलों/शैक्षणिक संस्थानों में फोटो/वीडियो लेते रहते हैं। साथ ही स्कूल के कर्मियों से इंटरव्यू लेकर उसे सोशल मीडिया पर डालते हैं। तब विभाग को असहज महसूस होता है। बाद में जब फोटो/वीडियो के आधार पर जांच कराई जाती है, तो वस्तुस्थिति/वास्तविकता उक्त फोटो/वीडियो से भिन्न होती है। जारी पत्र में डीईओ ने यह भी लिखा था कि गत समीक्षा बैठक में ऐसे मामले पर डीएम द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त की गई थी।
बिना अनुमति फोटो-वीडियो नहीं
डीईओ साहू ने जिले के तमाम स्कूलों के प्रधान को पत्र भेजकर कहा है कि कोई भी मीडियाकर्मी/अन्य व्यक्ति बिना उनकी (डीईओ) अनुमति के किसी स्कूल में फोटो/वीडियो नही लेंगे और न ही किसी विद्यालय के बच्चों का साक्षात्कार लेंगे। पत्र में यह भी कहा गया था कि अगर किसी प्रधान शिक्षक को फोटो/वीडियो लेने के संबंध शिकायत दर्ज करानी होगी, तो बीईओ/डीईओ से करेंगे ताकि जांच के बाद अनुशासनिक कार्रवाई की जा सके। डीईओ का उक्त आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। आमलोग इसे तुगलकी फरमान बता रहे हैं।